फैज़ अहमद 'फैज़' का नाम हर किसी के लिए इतना जाना पहचाना है कि उनके बारे में कुछ कहना.... कुछ कहने की ज़रूरत भी क्या है। बस आज उनके जन्मदिन पर उन्हीं की एक नज़्म से उन्हें याद कर लिया जाए...
तुम न आये थे तो हर चीज़ वही थी कि जो हैआसमां हद-ए-नज़र, राह-गुज़र राह-गुज़र, शीशा-ए-मय शीशा-ए-मयऔर...